महाराष्ट्र : नए स्वरूप में विकसित इतवारी रेलवे स्टेशन पर दिख रही है विदर्भ की लोककला
राष्ट्रीयMay 20, 2025 9:56 PM

महाराष्ट्र : नए स्वरूप में विकसित इतवारी रेलवे स्टेशन पर दिख रही है विदर्भ की लोककला

नागपुर, 20 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को देशभर में पुनर्विकसित 103 रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करेंगे। इस ऐतिहासिक अवसर पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) के तहत आने वाले पांच स्टेशन - सिवनी, डोंगरगढ़, इतवारी, चांदा फोर्ट और आमगांव भी शामिल हैं।

महाराष्ट्र : नए स्वरूप में विकसित इतवारी रेलवे स्टेशन पर दिख रही है विदर्भ की लोककला

May 20, 2025 9:56 PM

नागपुर, 20 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को देशभर में पुनर्विकसित 103 रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करेंगे। इस ऐतिहासिक अवसर पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) के तहत आने वाले पांच स्टेशन - सिवनी, डोंगरगढ़, इतवारी, चांदा फोर्ट और आमगांव भी शामिल हैं।

मदर्स डे विशेष: मां के किरदार में खूब पसंद की गईं फरीदा जलाल समेत ये अभिनेत्रियां

May 8, 2025 2:56 PM

मुंबई, 8 मई (आईएएनएस)। मां के प्रेम और ताकत की बात असल जिंदगी में हो या फिल्मों में, हर जगह उसकी खूबसूरती अपनी चमक बिखेरने में कामयाब होती है। फिल्म इंडस्ट्री में बीते जमाने की ऐसी कई अभिनेत्रियां रहीं, जिन्होंने बड़े पर्दे पर मां का किरदार निभाकर ख्याति हासिल की। आज भी बरसों पुरानी फिल्मों को देखकर दर्शक बोल पड़ते हैं, ‘मां तो मां होती है...’

  • खुद को समझने के लिए ब्रेन मैपिंग का बढ़ा चलन, जानें क्या हैं इसके फायदे

    May 8, 2025 9:16 AM

    मुंबई, 8 मई (आईएएनएस)। आज के समय में लोग खुद को समझना चाहते हैं, वे जानना चाहते हैं कि उन्हें गुस्सा क्यों आता है, तनाव क्यों होता है या बार-बार मन में उदासी क्यों छा जाती है? ऐसे में ब्रेन मैपिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है, जो हमारे दिमाग के अलग-अलग हिस्सों को स्कैन करके बताती है कि हम क्या महसूस कर रहे हैं और क्यों? इससे हमें अपनी भावनाओं को बेहतर समझने में मदद मिलती है। जो बातें हम खुद नहीं समझ पाते, वो ब्रेन मैपिंग बता देती है। हाल ही में मशहूर अभिनेत्री मनीषा कोइराला ने भी ब्रेन मैपिंग सेशन लिया था, जिसका अनुभव उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया था।

  • 'भारत स्टार्टअप यात्रा' में आपका स्वागत है, 'जहां विचार हाईवे पर चलते हैं और सपने इंजन को ईंधन देते हैं'

    May 5, 2025 1:51 PM

    नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। छोटे शहरों में भी नवाचार केंद्रों की चमक में एक शांत क्रांति हो रही है। फिल्म निर्माता और अभिनेता शशि वर्मा की नई निर्देशकीय प्रोजेक्ट 'भारत स्टार्टअप यात्रा' देश के अगले बड़े परिवर्तन को लेकर एक बड़ा सिनेमाई अभियान है।

  • समय के साथ भारतीय सिनेमा में बढ़ेगा टेक्नोलॉजी का समावेश : इजरायली एक्टर अकी अवनी

    May 1, 2025 6:13 PM

    मुंबई, 1 मई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में गुरुवार को शुरू हुए 'वेव्स' सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए देश-विदेश से आए कलाकारों और अन्य मेहमानों ने आयोजन की तारीफ की। उन्होंने भारतीय फिल्म उद्योग की सराहना की। साथ ही इजरायली एक्टर अकी अवनी ने कहा कि आने वाले समय में भारतीय सिनेमा में भी टेक्नोलॉजी का समावेश बढ़ेगा।

May 21, 2025 12:06 AM

Jamui में नौजवान ने फैक्ट्री के जरिए पेश की स्वरोजगार की अनूठी मिसाल

जमुई, बिहार: बिहार में जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड के एक छोटे से गांव के रहने वाले 30 वर्षीय युवक सिकंदर कुमार चंद्रवशी ने मिसाल कायम कर दी है। मेकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई कर चुके इस युवक को महानगरों में बड़े पैकेज की नौकरी के ऑफर थे, लेकिन उसने गांव लौटकर अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला लिया। पत्नी की असमय मौत ने उसे अंदर से तोड़ दिया था, लेकिन उसने हार नहीं मानी और खुद को संभालते हुए गांव में रेडीमेड गारमेंट की फैक्ट्री शुरू की। इस फैक्ट्री से न केवल वह लाखों का टर्नओवर कर रहा है, बल्कि रोजगार का भी एक बड़ा साधन बन गया है। लगभग दो दर्जन कारीगर जो पहले महानगरों में मजदूरी करते थे, अब अपने ही गांव में काम कर रहे हैं और सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं। इस पहल ने न सिर्फ गांव में स्वरोजगार की मिसाल पेश की है, बल्कि युवाओं को भी यह संदेश दिया है कि बदलाव की शुरुआत अपने गांव से भी हो सकती है।

ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी को एक 'मलाल', बोलीं- पीएम मोदी क्यों नहीं थे हमारे वक्त, होते तो चुनौतियां आसान लगतीं

May 20, 2025 2:23 PM

नई दिल्ली, 20 मई (आईएएनएस)। भारत की प्रथम महिला ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी को एक मलाल है। वो ये कि उनके वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्यों सत्ता की बागडोर नहीं संभाल रहे थे। मल्लेश्वरी ने कहा, "मुझे पीएम मोदी से ईर्ष्या होती है। ईर्ष्या इस बात की कि आखिर वो हमारे समय में क्यों नहीं थे? काश! अगर वो हमारे समय में होते, तो जिन चुनौतियों का सामना हमें करना पड़ा था, वो शायद नहीं करना पड़ता।"